1.पागल , प्रेमी और कवि एक ही चीज से बने होते हैं |-भगत सिंह
2.राख का हर छोटा कण मेरी गर्मी के साथ गति में है मैं इतना पागल मनुष्य हूं कि मैं जेल में भी मुक्त हूं। - भगत सिंह
3.देशभक्तों को अक्सर लोग पागल कहते हैं।- भगत सिंह
4.मैं इस बात पर जोर देता हूं कि मैं महत्वाकांक्षा और आशा और जीवन के पूर्ण आकर्षण से भरा हुआ हूं। लेकिन मैं जरूरत के समय सभी त्याग कर सकता हूं और यही वास्तविक बलिदान है|-भगत सिंह
5.अगर बहरे को सुनना है, तो आवाज बहुत तेज होनी चाहिए।-भगत सिंह
6.जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती हैं, दुसरो के कंधो पर तो सिर्फ जनाजे उठते हैं।-भगत सिंह
7.राजा के खिलाफ विद्रोह हमेशा हर धर्म के अनुसार एक पाप है।-भगत सिंह
8.मैं उस सर्वशक्तिमान सुप्रीम के अस्तित्व को नकारता हूं |-भगत सिंह
9.क्रांति में अनिवार्य रूप से संघर्ष नहीं था। यह बम और पिस्तौल का पंथ नहीं था।-भगत सिंह
10.विचारों की घरघराहट पर क्रांति की तलवार तेज हो जाती है।-भगत सिंह
11.मैं एक व्यक्ति हूं और मानव जाति को प्रभावित करने वाली सभी चीजें मुझे चिंतित करती हैं |-भगत सिंह
12.प्रेम हमेशा मनुष्य के चरित्र को ऊँचा उठाता है। यह उसे कभी कम नहीं करता है, बशर्ते प्यार प्यार हो।-भगत सिंह
13. दर्शन मानव की कमजोरी या ज्ञान की सीमा का परिणाम है।-भगत सिंह
14.मनुष्य का कर्तव्य प्रयास और प्रयास करना है, सफलता मौका और वातावरण पर निर्भर करती है। भगत सिंह
15.दयालु आलोचना और स्वतंत्र सोच क्रांतिकारी सोच के दो आवश्यक लक्षण हैं।-भगत सिंह
16.मेरा जीवन देश की स्वतंत्रता के लिए समर्पित है। इसलिए कोई आराम या सांसारिक इच्छा नहीं है जो मुझे लुभा सके।-भगत सिंह
17.जब आपके आखिरी दिन आते हैं, तब आपको विश्वास होने लगेगा।-भगत सिंह
18.सिने पर जो ज़ख्म है, सब फूलों के गुच्छे हैं, हमें पागल ही रहने दो, हम पागल ही अच्छे हैं |-भगत सिंह
19.महान साम्राज्य ध्वंस हो जाते हैं पर विचार जिंदा रहते हैं।-भगत सिंह
भगत सिंह के अनमोल विचार - Bhagat Singh Quotes in Hindi
20.अपने दुश्मन से बहस करने के लिये उसका अभ्यास करना बहोत जरुरी है |-भगत सिंह
21.मैं एक मानव हूँ और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है।-भगत सिंह
22.निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार ये क्रांतिकारी सोच के दो अहम् लक्षण हैं|-भगत सिंह
23.क़ानून की पवित्रता तभी तक बनी रह सकती है जब तक की वो लोगों की इच्छा की अभिव्यक्ति करे।-भगत सिंह सिंह
24.किसी भी इंसान को मारना आसान है, परन्तु उसके विचारों को नहीं। महान साम्राज्य टूट जाते हैं, तबाह हो जाते हैं, जबकि उनके विचार बच जाते हैं|-भगत सिंह