1.किसी भी देश को खुले आम आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक गठबंधन के साथ साझेदारी, सहायता, उकसाना और आतंकवाद प्रायोजित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। - अटल विहारी वाजपेयी
2.जैव विविधता सम्मेलन से दुनिया के गरीबों के लिए कोई भी ठोस लाभ नहीं निकला है। - अटल विहारी वाजपेयी
3.जो लोग हमें यह पूछते हैं कि हम कब पाकिस्तान के साथ वार्ता करेंगे, वे शायद इस तथ्य से वाकिफ नहीं हैं कि पिछले वर्षों में पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए हर बार पहल भारत ने ही किया है। अटल विहारी वाजपेयी
4.पहले एक दृढ विश्वास था कि संयुक्त राष्ट्र अपने घटक राज्यों की कुल शक्ति की तुलना में अधिक मजबूत होगा। अटल विहारी वाजपेयी
5.वास्तविकता यह है कि संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी केवल उतनी ही प्रभावी हो सकती है जितनी उसके सदस्यों की अनुमति है। अटल विहारी वाजपेयी
6.वैश्विक स्तर पर आज परस्पर निर्भरता का मतलब विकासशील देशों में आर्थिक आपदाओं का विकसित देशों पर प्रतिघात करना होगा। अटल विहारी वाजपेयी
7.शीत युद्ध के बाद अब एक गलत धारणा यह बन गयी है की संयुक्त राष्ट्र कहीं भी कोई भी समस्या का समाधान कर सकता है। अटल विहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी के विचार - Atal Bihari Vajpayee Quotes in Hindi
8.भारतीय संस्कृति कभी किसी एक उपासना पद्धति से बंधी नहीं रही और न उसका आधार प्रादेशिक रहा । अटल विहारी वाजपेयी
9.उपासना, मत और ईश्वर संबंधी विश्वास की स्वतंत्रता भारतीय संस्कृति की परम्परा रही है । अटल विहारी वाजपेयी
10.मजहब बदलने से न राष्ट्रीयता बदलती है और न संस्कृति में परिवर्तन होता । अटल विहारी वाजपेयी
11.सभ्यता कलेवर है, संस्कृति उसका अन्तरंग । सभ्यता सूल होती है, संस्कृति सूक्ष्म । सभ्यता समय के साथ बदलती है, किंतु संस्कृति अधिक स्थायी होती है । अटल विहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल वचन -Atal Bihari Vajpayee Famous Lines
12.इंसान बनो, केवल नाम से नहीं, रूप से नहीं, शक्ल से नहीं, हृदय से, बुद्धि से, सरकार से, ज्ञान से । अटल विहारी वाजपेयी
13.मनुष्य जीवन अनमोल निधि है, पुण्य का प्रसाद है । हम केवल अपने लिए न जिएं, औरों के लिए भी जिएं । जीवन जीना एक कला है, एक विज्ञान है । दोनों का समन्वय आवश्यक है । अटल विहारी वाजपेयी
14.मैं अपनी सीमाओं से परिचित हूं । मुझे अपनी कमियों का अहसास है । सद्भाव में अभाव दिखाई नहीं देता है । यह देश बड़ा ही अद्भुत है, बड़ा अनूठा है । किसी भी पत्थर को सिंदूर लगाकर अभिवादन किया जा सकता है, अभिनन्दन किया जा सकता है । अटल विहारी वाजपेयी
15.मनुष्य-मनुष्य के संबंध अच्छे रहें, सांप्रदायिक सद्भाव रहे, मजहब का शोषण न किया जाए, जाति के आधार पर लोगों की हीन भावना को उत्तेजित न किया जाए, इसमें कोई मतभेद नहीं है । अटल विहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी सुविचार- Atal Bihari Quotes in Hindi
16.नर को नारायण का रूप देने वाले भारत ने दरिद्र और लक्ष्मीवान, दोनों में एक ही परम तत्त्व का दर्शन किया है । अटल विहारी वाजपेयी
17.समता के साथ ममता, अधिकार के साथ उगत्मीयता, वैभव के साथ सादगी-नवनिर्माण के प्राचीन स्तंभ हैं ।अटल विहारी वाजपेयी
18.भगवान जो कुछ करता है, वह भलाई के लिए ही करता है ।अटल विहारी वाजपेयी
19.परमात्मा एक ही है, लेकिन उसकी प्राप्ति के अनेकानेक मार्ग हैं । अटल विहारी वाजपेयी
20.जीवन को टुकड़ों में नहीं बांटा जा सकता, उसका ‘पूर्णता’ में ही विचार किया जाना चाहिए । अटल विहारी वाजपेयी
Atal Bihari Vajpayee Quotes About Education In Hindi
21.शिक्षा आज व्यापार बन गई है । ऐसी दशा में उसमें प्राणवत्ता कहां रहेगी? उपनिषदों या अन्य प्राचीन ग्रंथों की उगेर हमारा ध्यान नहीं जाता । आज विद्यालयों में छात्र थोक में आते हैं । अटल विहारी वाजपेयी
22.शिक्षा के द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है । व्यक्तित्व के उत्तम विकास के लिए शिक्षा का स्वरूप आदर्शों से युक्त होना चाहिए । हमारी माटी में आदर्शों की कमी नहीं है । शिक्षा द्वारा ही हम नवयुवकों में राष्ट्रप्रेम की भावना जाग्रत कर सकते हैं । अटल विहारी वाजपेयी
23.मुझे शिक्षकों का मान-सम्मान करने में गर्व की अनुभूति होती है । अध्यापकों को शासन द्वारा प्रोत्साहन मिलना चाहिए । प्राचीनकाल में अध्यापक का बहत सम्मान था । आज तो अध्यापक पिस रहा है । अटल विहारी वाजपेयी
24.किशोरों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है । आरक्षण के कारण योग्यता व्यर्थ हो गई है । छात्रों का प्रवेश विद्यालयों में नहीं हो पा रहा है । किसी को शिक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता । यह मौलिक अधिकार है । अटल विहारी वाजपेयी
25.निरक्षरता का और निर्धनता का बड़ा गहरा संबंध है । अटल विहारी वाजपेयी
26.वर्तमान शिक्षा-पद्धति की विकृतियों से, उसके दोषों से, कमियों से सारा देश परिचित है । मगर नई शिक्षा-नीति कहां है? अटल विहारी वाजपेयी
27.शिक्षा का माध्यम मातृभाषा होनी चाहिए । ऊंची-से-ऊंची शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जानी चाहिए । अटल विहारी वाजपेयी
28.मोटे तौर पर शिक्षा रोजगार या धंधे से जुड़ी होनी चाहिए । वह राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण में सहायक हो और व्यक्ति को सुसंस्कारित करे । अटल विहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी के राजनितिक विचार - Atal Bihari Vajpayee Quotes About Politics In Hindi
29.कर्सी की मुझे कोई कामना नहीं है । मुझे उन पर दया उगती है जो विरोधी दल में बैठने का सम्मान छोड्कर कुर्सी की कामना से लालायित होकर सरकारी पार्टी का पन्तु पकड़ने के लिए लालायित हैं ।. अटल विहारी वाजपेयी
30.वास्तव में हमारे देश की लाठी कमजोर नहीं है, वरन् वह जिन हाथों में है, वे कांप रहे हैं |अटल विहारी वाजपेयी
31.मैं हिन्दू परम्परा में गर्व महसूस करता हूं लेकिन मुझे भारतीय परम्परा में और ज्यादा गर्व हैं |अटल विहारी वाजपेयी
32.भारत की सुरक्षा की अवधारणा सैनिक शक्ति नहीं है । भारत अनुभव करता है सुरक्षा आन्तरिक शक्ति से आती है । अटल विहारी वाजपेयी
33.राजनीति सर्वांग जीवन नहीं है । उसका एक पहलू है । यही शिक्षा हमने पाई है, यही संस्कार हमने पाए हैं । ~ अटल विहारी वाजपेयी
34.जहां-जहां हमें सत्ता द्वारा सेवा का अवसर मिला है, हमने ईमानदारी, निष्पक्षता तथा सिद्धांतप्रियता का परिचय दिया है । अटल विहारी वाजपेयी
35.इस त् संसार में यदि स्वाधीनता की, अखण्डता की रक्षा करनी है तो शक्ति के और शस्त्रों के बल पर होगी, हवाई सिद्धांतों के जरिए नहीं । अटल विहारी वाजपेयी
36.संयुक्त राष्ट्र की अद्वितीय वैधता इस सार्वभौमिक धारणा में निहित है कि वह किसी विशेष देश या देशों के समूह के हितों की तुलना में एक बड़े उद्देश्य के लिए काम करता है। अटल विहारी वाजपेयी
37.हमारे परमाणु हथियार शुद्ध रूप से किसी भी विरोधी के परमाणु हमले को ख़त्म करने के लिए हैं। ~ अटल बिहारी वाजपेयी अटल विहारी वाजपेयी
38.हमें उम्मीद है कि दुनिया प्रबुद्ध (परिष्कृत) स्वार्थ की भावना से कार्य करेगी। अटल विहारी वाजपेयी
39.आप मित्र बदल सकते हैं पर पडोसी नहीं । अटल विहारी वाजपेयी
40.हमारे परमाणु हथियार विशुद्ध रूप से किसी विरोधी के परमाणु हमले को हतोत्साहित करने के लिए हैं । अटल विहारी वाजपेयी
Atal Bihari Vajpayee Quotes About India
41.भारत एक प्राचीन राष्ट्र है । अगस्त, को किसी नए राष्ट्र का जन्म नहीं, इस प्राचीन राष्ट्र को ही स्वतंत्रता मिली ।अटल विहारी वाजपेयी
42.यदि भारत को बहुराष्ट्रीय राज्य के रूप में वर्णित करने की प्रवृत्ति को समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो भारत के अनेक टुकड़ों में बंट जानै का खतरा पैदा हो जाएगा ।अटल विहारी वाजपेयी
43.पौरुष, पराक्रम, वीरता हमारे रक्त के रंग में मिली है । यह हमारी महान परंपरा का अंग है । यह संस्कारों द्वारा हमारे जीवन में ढाली जाती है । अटल विहारी वाजपेयी
44.इस देश में कभी मजहब के आधार पर, मत-भिन्नता के उगधार पर उत्पीड़न की बात नहीं उठी, न उठेगी, न उठनी चाहिए |अटल विहारी वाजपेयी
45.भारत के प्रति अनन्य निष्ठा रखने वाले सभी भारतीय एक हैं, फिर उनका मजहब, भाषा तथा प्रदेश कोई भी क्यों न हो ।अटल विहारी वाजपेयी
46.भारत कोई इतना छोटा देश नहीं है कि कोई उसको जेब में रख ले और वह उसका पिछलग्गू हो जाए । हम अपनी आजादी के लिए लड़े, दुनिया की आजादी के लिए लड़े ।अटल विहारी वाजपेयी
47.राष्ट्र कुछ संप्रदायों अथवा जनसमूहों का समुच्चय मात्र नहीं, अपितु एक जीवमान इकाई है ।अटल विहारी वाजपेयी
48.कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैला हुआ यह भारत एक राष्ट्र है, अनेक राष्ट्रीयताओं का समूह नहीं ।अटल विहारी वाजपेयी
49.मैं चाहता हूं भारत एक महान राष्ट्र बने, शक्तिशाली बने, संसार के राष्ट्रों में प्रथम पंक्ति में आए ।अटल विहारी वाजपेयी
50.यह संघर्ष जितने बलिदान की मांग करेगा, वे बलिदान दिए जाएंगे, जितने अनुशासन का तकाजा होगा, यह देश उतने अनुशासन का परिचय देगा ।अटल विहारी वाजपेयी
51.देश एक मंदिर है, हम पुजारी हैं । राष्ट्रदेव की पूजा में हमें अपने को समर्पित कर देना चाहिए । अटल विहारी वाजपेयी
52.भारतीयकरण का एक ही अर्थ है भारत में रहने वाले सभी व्यक्ति, चाहे उनकी भाषा कछ भी हो, वह भारत के प्रति अनन्य, अविभाज्य, अव्यभिचारी निष्ठा रखें । अटल विहारी वाजपेयी
53.हम अहिंसा में आस्था रखते हैं और चाहते हैं कि विश्व के संघर्षों का समाधान शांति और समझौते के मार्ग से हो । अटल विहारी वाजपेयी
54.अहिंसा की भावना उसी में होती है, जिसकी उरात्मा में सत्य बैठा होता है, जो समभाव से सभी को देखता है । अटल विहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी के प्रेरणादायक विचार - Atal Bihari Vajpayee Motivational Quotes
55.हिन्दू धर्म तथा संस्कृति की एक बड़ी विशेषता समय के साथ बदलने की उसकी क्षमता रही है । अटल विहारी वाजपेयी
56.कोई भी दल हो, पूजा का कोई भी स्थान हो, उसको अपनी राजनीतिक गतिविधियां वहां नहीं चलानी चाहिए । अटल विहारी वाजपेयी
57.हिन्दू धर्म के प्रति मेरे आकर्षण का सबसे मुख्य कारण है कि यह मानव का सर्वोत्कृष्ट धर्म है । अटल विहारी वाजपेयी
58.हिन्दू धर्म ऐसा जीवन्त धर्म है, जो धार्मिक अनुभवों की वृद्धि और उसके आचरण की चेतना के साथ निरंतर विकास करता रहता है । अटल विहारी वाजपेयी
59.हिन्दू धर्म के अनुसार जीवन का न प्रारंभ है और न अंत ही । यह एक अनंत चक्र है । अटल विहारी वाजपेयी
60.मुझे अपने हिन्दूत्व पर अभिमान है, किंतु इसका उरर्थ यह नहीं है कि मैं मुस्तिम-विरोधी हूं । अटल विहारी वाजपेयी
61.हमें हिन्दू कहलाने में गर्व महसूस करना चाहिए, बशर्ते कि हम भारतीय होने में भी आत्मगौरव महसूस करें | अटल विहारी वाजपेयी
62.हिन्दू समाज इतना विशाल है, इतना विविध है कि किसी बैंक में नहीं समा सकता । अटल विहारी वाजपेयी
63.हिन्दू समाज गतिशील है, हिंदू समाज में परिवर्तन हुए हैं, परिवर्तन की प्रक्रिया चल रही है । हिन्दू समाज जड़ समाज नहीं है । अटल विहारी वाजपेयी
64.इस त् संसार में यदि स्वाधीनता की, अखण्डता की रक्षा करनी है तो शक्ति के और शस्त्रों के बल पर होगी, हवाई सिद्धांतों के जरिए नहीं । अटल विहारी वाजपेयी
65.बिना हमको सफाई का मौका दिए फांसी पर चढ़ाने की कोशिश मत करिए, क्योंकि हम मरते-मरते भी लड़ेंगे और लड़ते-लड़ते भी मरने को तैयार हैं । अटल विहारी वाजपेयी